तन्वी अपने दोनों हाथों में गुलाल पकड़े, घर से बाहर चली गई..... होली खेलने। तन्वी अपने दोनों हाथों में गुलाल पकड़े, घर से बाहर चली गई..... होली खेलने।
हमें यह जानने की जरूरत है कि हमारा दोस्त कौन है और दुश्मन कौन है? हमें यह जानने की जरूरत है कि हमारा दोस्त कौन है और दुश्मन कौन है?
चलो भूख भी खूब लगी है। दोनो हँसने लगी। चलो भूख भी खूब लगी है। दोनो हँसने लगी।
प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में भी जिंदगी चलाने की जद्दोजहद प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में भी जिंदगी चलाने की जद्दोजहद
आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती। आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती।
आओ मिलकर अब हम बाटें हँसी-ख़ुशी हर चेहरे में दीवाली के इस शुभ-दिन पर दीपक लगते है प्यारे से आओ मिलकर अब हम बाटें हँसी-ख़ुशी हर चेहरे में दीवाली के इस शुभ-दिन पर दीपक लगते ह...